TCP/IP protocol कैसे का करता है ? Internet Protocol (IP) इंटरनेट का address system है और इसका मुख्य कार्य source device से destination device तक सूचना के पैकेट (packet) पहुंचाना है।
Category: Cyber Security
Open System Interconnection (OSI) Model अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन द्वारा बनाया गया एक वैचारिक (conceptual) model है जो मानक प्रोटोकॉल का उपयोग करके विविध संचार प्रणालियों को संचार करने में सक्षम बनाता है। स्पष्ट भाषा में, OSI विभिन्न कंप्यूटर सिस्टमों को एक दूसरे के साथ संचार करने में सक्षम होने के लिए एक मानक प्रदान करता है।
Internet Protocol (IP) इंटरनेट का address है और इसका मुख्य कार्य source डिवाइस से destination डिवाइस तक data packet पहुंचाना है। IP प्राथमिक तरीका है जिससे network connection बनाए जाते हैं, और यह Internet का base स्थापित करता है। IP “data packet order” या त्रुटि जांच (troubleshoot) को संभाल नहीं पाता है। ऐसी कार्यक्षमता के लिए एक अन्य protocol की आवश्यकता होती है, जिसे हम Transmission Control Protocol (TCP) कहते है.।
Internet Network पर दुनिया के सभी computer भूमिगत या पानी के नीचे केबल या Wireless तरीके से एक दूसरे से संचार करते हैं। अगर मैं इंटरनेट से कोई फ़ाइल डाउनलोड करना चाहता हूं या कोई Website लोड करना चाहता हूं या इंटरनेट से संबंधित कुछ भी करना चाहता हूं, तो मेरे computer में एक address होना चाहिए, ताकि अन्य computer उस विशेष file या webpage को वितरित करने के लिए मेरा पता ढूंढ सकें । निवेदन कर रहा हूँ. तकनीकी भाषा में उस Address को IP Address या Internet Protocol Address कहा जाता है।
हर एक Hardware की एक unique identification number दिया जाता है, जिसे हम technical भाषा में MAC Address कहते है. MAC AddressMedia Access Controller Address एक system से दूसरे system में data transfer करने के लिए हमें एक address की आवश्यकता होती है। एक MAC address, Media Access Controller Address है, जो Data Link Layer
आधुनिक दुनिया में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है। इस विकास के साथ ही हमारी दैनिक जीवनशैली में भी कई बदलाव हुए हैं। एक ऐसा क्षेत्र है कार्यक्षेत्र और साइबर सुरक्षा जहां एक नया चेतना आई है। आजकल, साइबर अपराधों की चरम संख्या में वृद्धि हो रही है और इसका सामर्थ्यपूर्ण उपयोग करने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ रही है। इसलिए, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और साइबर सुरक्षा की अवश्यकता काफी महत्वपूर्ण हो गई है।